
एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और FIRST, IIT कानपुर ने की नेशनल फिनटेक हैकाथॉन 2026 की घोषणा – डिजिटल भुगतान में नवाचार को नई दिशा देने की पहल
Kanpur/Mumbai , 7 October 2025
Source: Information and Media Outreach Cell, IIT Kanpur
कानपुर/मुंबई, 7 अक्टूबर 2025: एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी (FIRST), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT कानपुर) के सहयोग से “ नेशनल फिनटेक हैकाथॉन 2026” की शुरुआत की घोषणा शुरुआत की घोषणा की है। यह पहल भारत में सुरक्षित और समावेशी डिजिटल भुगतान प्रौद्योगिकियों में नवाचार को गति देने के उद्देश्य से शुरू की गई एक ऐतिहासिक पहल है।
यह हैकाथॉन एरिक्सन के हाल ही में लॉन्च किए गए “फिनटेक डेवलपर हब” के अंतर्गत शुरू की गई पहली प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य नवाचारकों, डेवलपर्स और स्टार्टअप्स को सशक्त बनाना है ताकि वे सुरक्षा, इंटरऑपरेबिलिटी और एक्सेसिबिलिटी जैसी चुनौतियों का समाधान करने वाले स्केलेबल फिनटेक समाधान विकसित कर सकें।
इस सहयोग के माध्यम से एरिक्सन और FIRST, IIT कानपुर वैश्विक उद्योग विशेषज्ञता और शैक्षणिक उत्कृष्टता को एक साथ लाकर भारत की स्थिति को वित्तीय प्रौद्योगिकी और डिजिटल नवाचार के क्षेत्र में एक वैश्विक अग्रणी देश के रूप में और सशक्त बनाने का कार्य करेगा।
नेशनल फिनटेक हैकाथॉन 2026: सुरक्षित , स्केलेबल और समावेशी नवाचार की दिशा में एक कदम
यह हैकाथॉन वर्ष 2026 में एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा FIRST, IIT कानपुर के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा। प्रतिभागियों को एरिक्सन के एपीआई (APIs), वैश्विक विशेषज्ञों से मेंटरशिप, और वास्तविक जीवन की समस्याओं पर आधारित केस स्टडी तक पहुंच प्राप्त होगी — जिनका फोकस डिजिटल भुगतान की सुरक्षा और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाना होगा।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के उभरते हुए फिनटेक नवाचारकों को मार्गदर्शन, उद्योग से जुड़ाव और अत्याधुनिक तकनीकों का अनुभव प्रदान करना है। इसमें विशेष रूप से एमएसएमई , मल्टीलिंगुअल इंटरफेस , और कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों के लिए सुरक्षित, सुलभ और स्केलेबल समाधान विकसित करने पर जोर दिया जाएगा, जिससे समाज के सभी वर्गों तक वित्तीय पहुंच सुनिश्चित हो सके।
डेवलपर नवाचार के लिए एक नया मंच
एरिक्सन की मोबाइल फाइनेंशियल सर्विसेज ( MFS) यूनिट द्वारा शुरू किया गया फिनटेक डेवलपर हब स्टार्टअप्स और डेवलपर्स को तकनीकी उपकरणों, एपीआई और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की सुविधा प्रदान करता है, जिससे वे फिनटेक समाधानों को तेजी से विकसित कर सकें। यह पहल सहयोगात्मक और चरणबद्ध दृष्टिकोण अपनाती है, जिससे नवाचारक अपने विचारों को प्रोटोटाइप में बदल सकें, उनका परीक्षण कर सकें और उन्हें बाजार में स्केल कर सकें।
FIRST, IIT कानपुर के साथ साझेदारी कर एरिक्सन भारत की वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है और सुरक्षित, बुद्धिमान तथा समावेशी वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है।
श्री पवन बच्छवाल, हेड, एरिक्सन मोबाइल फाइनेंशियल सर्विसेज, ने कहा: “SIIC, IIT कानपुर के साथ इस राष्ट्रीय हैकाथॉन की शुरुआत हमारे नए फिनटेक डेवलपर हब के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हम एरिक्सन की तकनीक को स्टार्टअप्स की रचनात्मकता से जोड़कर वास्तविक डिजिटल भुगतान चुनौतियों के समाधान विकसित कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य नवाचार की अगली पीढ़ी को ऐसे उपकरण और सहयोग देना है जिनकी उन्हें सुरक्षित और समावेशी वित्तीय सेवाओं के भविष्य को आकार देने के लिए आवश्यकता है।”
प्रो . दीपू फिलिप, प्रोफेसर-इन-चार्ज, FIRST, IIT कानपुर, ने कहा: “FIRST, IIT कानपुर में हमारा मिशन नवाचार को प्रोत्साहित करना और उद्यमियों को वास्तविक समस्याओं के समाधान के लिए सशक्त बनाना है। एरिक्सन के साथ फिनटेक हैकाथॉन 2026 इस दिशा में एक सशक्त कदम है। यह पहल स्टार्टअप्स और युवा नवाचारकों को मार्गदर्शन, उद्योग की समझ और उन्नत तकनीक तक पहुंच प्रदान करेगी, जिससे वे स्केलेबल और समावेशी डिजिटल भुगतान समाधान विकसित कर सकें। यह हमारी उस दृष्टि के अनुरूप है जिसके तहत हम भारत के फिनटेक टैलेंट इकोसिस्टम को मजबूत बना रहे हैं।”
श्री अनुराग सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, FIRST, IIT कानपुर, ने कहा: “फिनटेक हैकाथॉन 2026 भारत के नवाचार पारिस्थिति के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा। एरिक्सन के साथ साझेदारी के माध्यम से हम स्टार्टअप्स और नवाचारकों को वास्तविक समस्याओं के समाधान के साथ-साथ उद्योग मार्गदर्शन और उन्नत तकनीक का अनुभव प्रदान कर रहे हैं। यह पहल FIRST, IIT कानपुर की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसके तहत हम अनुसंधान, नवाचार और बाजार-उन्मुख समाधानों के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे भारत की फिनटेक क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता और मजबूत हो रही है।
फिनटेक हैकाथॉन 2026 के बारे में
नेशनल फिनटेक हैकाथॉन 2026 एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और FIRST, IIT कानपुर की एक संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य भारत में फिनटेक नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना है। यह कार्यक्रम संभावित फिनटेक विचारों को कार्यशील प्रोटोटाइप में बदलने, डेवलपर क्षमताओं को सशक्त करने और उद्योग तथा अकादमिक जगत के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए बनाया गया है।
एरिक्सन के बारे में
एरिक्सन विश्वभर में उच्च प्रदर्शन वाले, प्रोग्रामेबल नेटवर्क्स के माध्यम से अरबों लोगों को कनेक्टिविटी प्रदान करता है। लगभग 150 वर्षों से, कंपनी संचार प्रौद्योगिकी की अग्रणी रही है, जो सेवा प्रदाताओं और उद्यमों के लिए अत्याधुनिक मोबाइल और कनेक्टिविटी समाधान उपलब्ध कराती है। एरिक्सन अपने ग्राहकों और भागीदारों के साथ मिलकर भविष्य की डिजिटल दुनिया का निर्माण कर रहा है।
SIIC, IIT कानपुर के बारे में
स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर ( SIIC), IIT कानपुर की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी और यह भारत के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर्स में से एक है। वर्तमान में यह रक्षा, एयरोस्पेस, फिनटेक, हेल्थकेयर और सस्टेनेबिलिटी जैसे विविध क्षेत्रों में 100 से अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन प्रदान कर रहा है। SIIC, IIT कानपुर द्वारा प्रमोटेड सेक्शन-8 कंपनी फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड रिसर्च इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी ( FIRST) के अंतर्गत कार्य करता है।
आईआईटी कानपुर के बारे में
1959 में स्थापित, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। विज्ञान और इंजीनियरिंग शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध, आईआईटी कानपुर ने अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका 1,050 एकड़ का हरा-भरा परिसर शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों से समृद्ध है। संस्थान में 20 विभाग, तीन अंतर्विषयी कार्यक्रम, 26 केंद्र और तीन विशेष स्कूल हैं, जो इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों को कवर करते हैं। 570 से अधिक पूर्णकालिक फैकल्टी और 9,500 से अधिक छात्रों के साथ, आईआईटी कानपुर नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता में अग्रणी बना हुआ है।