आईआईटी कानपुर में ‘इंडेंटेशन, स्क्रैच और ट्राइबोलॉजी’ पर एक- दिवसीय संगोष्ठी आयोजित
Kanpur , 13 December 2025
Source: Information and Media Outreach Cell, IIT Kanpur
कानपुर, 12 अक्टूबर 2025: भारतीय प्रद्योगिक संस्थान, कानपुर, के एडवांस्ड सेंटर फॉर मैटेरियल्स साइंस (ACMS) और मैटेरियल्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (MSE) विभाग ने मिलकर “Recent Advancements in Indentation, Scratch and Tribology” विषय पर एक-दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर अनीश उपाध्याय, विभागाध्यक्ष, एसीएमएस, आईआईटी कानपुर ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए किया। उन्होंने इस संगोष्ठी के आयोजन की आवश्यकता और उद्देश्य बताए। इसके बाद प्रोफेसर कांतेश बलानी, विभागाध्यक्ष, MSE, आईआईटी कानपुर ने नैनोमैकेनिक्स के महत्व और इसके मैटेरियल डिजाइन तथा नए मैटेरियल खोज में उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। कुल 62 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिनमें लगभग 10 प्रतिभागी ऑनलाइन जुड़े। इस संगोष्ठी के आयोजन में Anton Paar का सहयोग रहा।
संगोष्ठी में तीन तकनीकी व्याख्यान हुए। पहले व्याख्यान में प्रोफेसर कांतेश बलानी ने नैनोइंडेंटेशन की मूल अवधारणाएं समझाईं। दूसरे व्याख्यान में प्रोफेसर सुधांशु एस. सिंह ने कॉन्टिन्यूस स्टिफनेस मेजरमेंट्स की प्रक्रिया पर जानकारी दी। तीसरे व्याख्यान में प्रोफेसर मंजेश सिंह ने ट्राइबोलॉजी की बुनियादी बातें और उसके उपयोग बताए।
इसके अलावा डॉ. मोहम्मद ए.पी. यज़्दी (Anton Paar Tritec, Switzerland) ने एक विशेष व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने इंडेंटेशन, स्क्रैच और ट्राइबोलॉजी के व्यवहारिक उपयोगों पर प्रकाश डाला।
दोपहर के सत्र में प्रतिभागियों ने उन्नत परीक्षण सुविधाओं का दौरा किया और ACMS में आयोजित प्रायोगिक प्रदर्शन सत्र में हिस्सा लिया। वहीं, समापन सत्र में प्रतिभागियों ने अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए और इस प्रकार की और संगोष्ठियों के आयोजन की इच्छा जताई। कार्यक्रम का समापन प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में किया गया।
आईआईटी कानपुर के बारे में
1959 में स्थापित, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है। विज्ञान और इंजीनियरिंग शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध, आईआईटी कानपुर ने अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका 1,050 एकड़ का हरा-भरा परिसर शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों से समृद्ध है। संस्थान में 20 विभाग, तीन अंतर्विषयी कार्यक्रम, 26 केंद्र और तीन विशेष स्कूल हैं, जो इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिजाइन, मानविकी और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों को कवर करते हैं। 570 से अधिक पूर्णकालिक फैकल्टी और 9,500 से अधिक छात्रों के साथ, आईआईटी कानपुर नवाचार और शैक्षणिक उत्कृष्टता में अग्रणी बना हुआ है।