आगामी कार्यक्रम
- एन.एस.एस. स्वयंसेवकों द्वारा शैक्षणिक सामग्री निर्माण : दिसंबर 2025 से मई 2026 (सेमेस्टर II, 2025-26)
- अंतर्राष्ट्रीय छात्रों हेतु हिंदी शिक्षण कक्षाएँ -- नवंबर 2025 से मई 2026
- साहित्यिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता -- मार्च 2026
- अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस -- फ़रवरी 2026
- अनंतिनि -- जनवरी 2026
- भारतीय भाषा उत्सव - 11 दिसंबर 2025
- मुंशी प्रेमचंद जी की स्मृति में कार्यक्रम: 31 जुलाई 2025
- काव्य पाठ प्रतियोगिता: अगस्त 2025
- हिंदी पखवाड़ा: सितंबर 2025
- अक्षर – आईआईटी कानपुर साहित्य महोत्सव: अक्टूबर 2025
- स्कॉलर्स-इन-रेजिडेंस को आमंत्रण: दिसंबर 2025
- राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) स्वयंसेवकों द्वारा अकादमिक सामग्री का निर्माण
प्रो. नीरज चावके (एन.एस.एस. समन्वयक) और प्रो. कांतेश बालनी (शिवानी केन्द्र समन्वयक) के मार्गदर्शन में, एनएसएस के स्वयंसेवक 2025-26 सत्र के द्वितीय सेमेस्टर में प्रथम वर्ष पाठ्यक्रमों के लिए हिन्दी एवंअन्य भारतीय भाषाओ में वीडियो और व्याख्यायुक्त अध्ययन सामग्री तैयार करेंगे।
शिवानी केन्द्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए हिंदी शिक्षण कक्षाओं के तीसरे सत्र का शुभारंभ 6 नवंबर 2025 से किया जा रहा है। इन कक्षाओं का उद्देश्य छात्रों के परिसर अनुभव को समृद्ध बनाना तथा उनकी दैनिक बातचीत को अधिक सहज एवं सुगम बनाना है।
भारत की समृद्ध साहित्यिक और पौराणिक परंपराओं को जानने तथा आई.आई.टी. छात्रों में साहित्यिक चेतना को प्रोत्साहित करने के लिए एक साहित्यिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
21 फरवरी को विश्वभर में मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में शिवानी केन्द्र और राजभाषा प्रकोष्ठ संयुक्त रूप से एक विशेष कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
देशभर के प्रसिद्ध कवियों की उपस्थिति में आयोजित यह कवि-सम्मेलन विभिन्न काव्य विधाओं -- कविता, शायरी और ग़ज़ल -- का सुंदर प्रदर्शन करेगा।
तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी श्री सुब्रमण्य भारती की जयंती के अवसर पर, बहुभाषी प्रतिभाओं और परिसर की भाषाई विविधता का उत्सव मानाने हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
मुंशी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर, शिवानी केंद्र आईआईटी कानपुर के छात्रों के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन करेगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य मुंशी प्रेमचंद जी के साहित्यिक योगदान के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके जीवन तथा कार्यों पर प्रस्तुतियों और चर्चाओं के माध्यम से दर्शकों को प्रेरित करना है।
हिंदी साहित्य की समृद्धता का जश्न मनाने के लिए आईआईटी कानपुर के छात्रों के लिए एक काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। प्रतिभागी कविता, गजल और शायरी जैसी विधाओं में अपनी अनूठी व्याख्याएं और पाठ शैलियाँ प्रस्तुत करेंगे, जो भाषा की अभिव्यंजक सुंदरता को उजागर करेगा।
हिंदी दिवस समारोह के उपलक्ष्य में, शिवानी केंद्र, हिंदी साहित्य सभा और राजभाषा प्रकोष्ठ के सहयोग से हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया जायेगा। इस आयोजन में विभिन्न प्रतियोगिताएँ जैसे पत्र लेखन, हिंदी श्रुतलेख, कहानी लेखन, और काव्य संगोष्ठी शामिल होंगी।
शिवानी केंद्र, राजभाषा प्रकोष्ठ और हिंदी साहित्य सभा के साथ मिलकर संस्थान के वार्षिक साहित्य महोत्सव 'अक्षर' का आयोजन किया जायेगा। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में पुस्तक मेले, लेखक वाचन, साहित्यिक और कला प्रतियोगिताएं, कवि सम्मेलन, मंचीय नाटक और पैनल चर्चाएँ शामिल होंगी, जो साहित्य और संस्कृति का जीवंत उत्सव पेश करेंगी।
साहित्यिक और भाषाई जुड़ाव को बढ़ावा देने के अपने निरंतर प्रयासों के तहत, शिवानी केंद्र दिसंबर 2025 में स्कॉलर्स-इन-रेजिडेंस के तौर पर कुछ खास लोगों को आमंत्रित करेगा। इनमें जाने-माने लेखक, कवि और आलोचक श्री अशोक चक्रधर जैसे प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होंगे। ये विद्वान कार्यशालाओं और इंटरैक्टिव सत्रों के माध्यम से भाषा, अनुवाद, कला और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता छात्र समुदाय के साथ साझा करेंगे।
प्रोफेसर नीरज चवाके (समन्वयक, NSS) और प्रोफेसर कांतेश बालानी (समन्वयक, शिवानी केंद्र) के मार्गदर्शन में, NSS के छात्र स्वयंसेवक हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में अकादमिक वीडियो सामग्री और व्याख्यात्मक अध्ययन सामग्री तैयार करेंगे। यह सामग्री शैक्षणिक सत्र 2025-26 के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए सेमेस्टर I और II में उपयोगी होगी।