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आगामी कार्यक्रम

  1. अखिल भारतीय कहानी लेखन प्रतियोगिता : 20 दिसंबर 2024 से जनवरी 2025
  2. शिवानी केंद्र और हिंदी साहित्य सभा संयुक्त रूप से "अखिल भारतीय कहानी लेखन प्रतियोगिता" का आयोजन कर रहे हैं, जो 20 दिसंबर 2024 से जनवरी 2025 तक चलेगा। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य देश भर के लोगों को अपनी कहानियाँ लिखने और प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित करना है, जिससे सभी देशवासियों में हिंदी साहित्य और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।

  3. अनंतिनी : 5 जनवरी 2025
  4. शिवानी केंद्र, राजभाषा प्रकोष्ठ और हिंदी साहित्य सभा संयुक्त रूप से कविसम्मेलन “ अनंतिनी “ का आयोजन करेंगे। इस आयोजन में देश भर के प्रसिद्ध कवि भाग लेंगे, तथा काव्य की विभि न्न शैलियों जैसे, शायरी, गज़ल एवं कविताओं का प्रदर्शन किया जाएगा।

  5. संस्थान से जुड़े बुद्धिजनों को आमंत्रित करना : जनवरी 2025
  6. संस्थान से जुड़े विद्वानों जैसे, श्री अशोक चक्रधर, जो कि एक प्रसिद्ध लेखक, कवि और आलोचक के रूप में जाने जाते हैं, को आईआईटी कानपुर के छात्रों के साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। ऐसे प्रतिभाशाली बुद्धिजनों के भाषाविज्ञान, अनुवाद, कला और प्रौद्योगिकी में विशेषज्ञता का उपयोग कार्यशालाओं और प्रशिक्षण सत्र के माध्यम से आई आई टी कानपुर के छात्रों को प्रभावी ढंग से संलग्न करने के लिए किया जाएगा।

  7. अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस: 21 फरवरी 2025
  8. अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर, जो दुनिया भर में 21 फरवरी को मनाया जाता है, शिवानी केंद्र और राजभाषा प्रकोष्ठ एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेंगे, जो भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए होगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हमारे परिसर समुदाय के भीतर समृद्ध भाषाई विविधता का उत्सव मनाना है।

  9. एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा शैक्षिक सामग्री तैयार करना
  10. एनएसएस के समन्वयक, प्रो . नीरज चवाके एवं प्रो . कांतेश बालानी, शिवानी केंद्र के समन्वयक के मार्गदर्शन में एनएसएस स्वयंसेवक से जुड़े हुए छात्र, जनवरी के 2025-26 सेमेस्टर में पढ़ाये जाने वाले पहले वर्ष के पाठ्यक्रमों के लिए हिंदी या किसी अन्य क्षेत्रीय भाषा में वीडियो तथा व्याख्यात्मक पाठ्यक्रम सामग्री तैयार करेंगे। शिवानी केंद्र का प्रयास है की शिवानी केंद्र की वेबसाइट पर ऐसे पाठ्यक्रमों का एक पुस्तकालय तैयार किया जाए, जो जरुरतमंद छात्रों को आसानी से सुलभ हो सके।