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SIIC IIT कानपुर ने 3-दिवसीय वार्षिक प्रदर्शन कार्यक्रम,अभिव्यक्ति , में #vocal_for_local के लिए एक स्पष्ट आह्वान के साथ सबसे बड़े नवाचारों का नेतृत्व किया गया । कानपुर, उत्तर प्रदेश 18 दिसंबर,2020- स्टार्टअप इन्क्यूबेशन और इनोवेशन सेन्टर (SIIC) IIT कानपुर में तीन दिवसीय वार्षिक कार्यक्रम अभिव्यक्ति का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम 16 दिसंबर से आरंभ होकर 18 दिसंबर को सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य नवाचार को बढ़ावा देना, नवाचार में आ रही चुनौतियों एवं उनका समाधान पर रोशनी डालना, इन्क्यूबेशन के प्रतिभावान इंक्यूबटी हौसला बढ़ाना थे। COVID-19 के कारण कार्यक्रम ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किया गया।
इस समारोह का उदघाट्न बुधवार प्रातः 11:00 बजे हुआ जिसमे मुख्य अतिथि डॉ अजय कुमार, IAS, गणमान्य अतिथि श्री सतीश महाना, कैबिनेट मंत्री उ.प्र. सरकार, प्रो अभय करंदीकर, निदेशक आईआईटी कानपुर, प्रो अमिताभ बंद्योपाध्याय, प्रोफेसर-इंचार्ज SIIC और डॉ निखिल अग्रवाल, CEO FIRST-IITK उपस्थित थे। प्रथम दो दिन भारत सरकार के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र के पोषण और भारत की वैश्विक तकनीक के मानचित्र पर अपने स्थान बनाने के लिये वर्तमान में जो प्रयास किये जा रहे हैं इस पर ध्यान केंद्रित किया गया। तत्पश्चात प्रत्येक दिन हेल्थकेयर, आर्टिफिशल इंटेलीजेंस एवं कृषि संबंधित टेक-टॉक एवं CSR गोल मेज सम्मेलन, स्टार्टअप एक्सपो आदि का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के तीसरे दिन की शुरुआत श्री कपिल देव अग्रवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास, उत्तर प्रदेश सरकार, और श्री मनीष खेमका, सह-अध्यक्ष, यूपी राज्य अध्याय के द्वारा भाषण से हुई। कार्यक्रम के शुरू होते ही श्री कपिल देव अग्रवाल जी ने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित किया, उन्होंने कहा कि "यूपी सरकार और आईआईटी कानपुर के बीच सहयोग से उद्यमिता के क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है। हमें उम्मीद है कि यह सहयोग भविष्य के स्टार्टअप के लिए मार्ग प्रशस्त करता है।" श्री मनीष खेमका जी ने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार 1000 करोड़ के स्टार्टअप फंड के साथ स्टार्टअप में निवेश कर रही है। हम एग्री-टेक में नवाचारों के लिए तत्पर हैं, जहां राज्य में विकास की अपार संभावनाएं हैं।” कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण नवाचार-प्रदर्शनी थी, जहाँ 30 से ज्यादा स्टार्टअप्स ने अपने बूथ लगाकर सबके समक्ष अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी को देख बड़ी संख्या में उमड़े दर्शक अत्यंत उत्साहित दिखे। कार्यक्रम के अतिथिगण ने स्टार्टअप्स को सरकार से जोड़ने के लिये, शैक्षणिक संस्थानों को उद्यमिता के पावरहाउस में बदलने के माध्यम से स्वदेशी प्रतिभा की शक्ति का दोहन करने और अन्य हितधारकों को मजबूत करने के प्रति अपने अपने विचार प्रस्तुत किये। अभिव्यक्ति 2020 में आयोजित इन्नोवेशन शोकेस में nocca रोबोटिक्स, हैकलब्स और earth Analytics को विजेता घोषित किया गया। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में देश विदेश से कई बड़े उद्यमियों, प्रसाशनिक अफसरों, मंत्रालय के सम्मानित सदस्यों ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति की। जिसमें मुख्य रूप से डॉ अजय कुमार गर्ग, वरिष्ठ निदेशक, MEITY, श्री आलोक कुमार, अपर मुख्य सचिव, उ. प्र. सरकार, श्री आलोक सिन्हा, आईएएस, कृषि उत्पादन आयुक्त, उत्तर प्रदेश, डॉ हर्ष विनायक, SVP, NTTDATA, श्री अभिषेक सिंह, IAS, CEO, NeGD, श्रीमती वर्तिका शुक्ला, निदेशक-तकनीकी, EIL, श्री जीत विजय, CEO, MSH, डॉ मनीष दीवान, मुख्य रणनीति साझेदारी और उद्यमिता विकास, BIRAC, श्री ए पी श्रीवास्त, निदेशक, कृषि विभाग, उ.प्र. सरकार, पदमश्री डॉ सौरभ श्रीवास्तव, NASSCOM, IIT कानपुर के सम्मानित प्रोफ़ेसर आदि उपस्थित थे। प्रो अभय करंदीकर, निदेशक, आई आई टी कानपुर ने कहा कि "SIIC IIT कानपुर में हमारे पास मूल्यांकन के लिये 70+ इंक्यूबेट हैं जो स्वास्थ्य देखभाल, जैव तकनीक, कृषि, पर्यावरण आदि विभागों में इनक्यूबेटर को एक समृद्ध पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं । हमारे ऊष्यमान कार्यक्रम को निवेशकों, उद्यम पूँजीपतियों और उद्यमियों का सहयोग है। इन्क्यूबेशन सेंटर के CEO डॉ निखिल अग्रवाल ने कहा “पिछले 3 दिनों में, SIIC ने नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र के हर संभव हितधारक को एक मंच पर लाया है और उन्हें हमारे स्टार्टअप के साथ जोड़ा है | SIIC वह स्थान है जो आपके उद्यमशीलता के सपने को पंख दे सकता है”| इसी के साथ SIIC IIT कानपुर के सौजन्य से आयोजित इस 3 दिवसीय वार्षिकोत्सव का समापन 18 दिसंबर को किया गया। स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), IIT कानपुर के बारे में वर्ष 2000 में स्थापित, स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC), IIT कानपुर अपनी बेल्ट के तहत कई सफलताओं के साथ सबसे पुराने प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटरों में से एक है, जैसे कि कर्देव बायोफार्मा, मौसम- रिस्क एडवाइजरी, जियोकोनो, ई-स्पिन नैनोटेक, आरव अनमैन्ड सिस्टम्स और फूल। हमारे सफल शेयर के साथ-साथ 120 से अधिक स्टार्टअप के हमारे पोर्टफोलियो में असफल स्टार्ट-अप के साथ, सैकड़ों करोड़ रुपये जुटाए और 3000 से अधिक नौकरियां उत्पन्न कीं, हमने अनुभव के आधार और इको-सिस्टम को विकसित किया है जो प्रमुख घटक बन गए हैं कृषि, स्वास्थ्य सेवा, एयरोस्पेस, ऊर्जा, पानी, शिक्षा, आदि के क्षेत्रों में फैले प्रारंभिक-चरण, प्रौद्योगिकी-केंद्रित स्टार्ट-अप का विकास। |
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