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कानपुर, 01 जून, 2022: एनएसएस, आईआईटी कानपुर, मानव शिक्षा संस्कार संस्थान, मंधना (एमएस 3) के सहयोग से जीवन विद्या (सार्वभौमिक मानव मूल्यों) पर अपनी कोविड महामारी के बाद पहली ऑफ़लाइन कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। कार्यशाला का उद्देश्य सभी मानवीय मूल्यों और जीवन के सभी पहलुओं में आत्ममंथन को शामिल करना है जिसे हम दैनिक आधार पर अनुभव करते हैं। यह कार्यक्रम हॉल ऑफ फेम, आउटरीच, आईआईटी कानपुर में शाम के समय 8 दिनों तक चलने वाला है। कार्यशाला के पहले दिन के अतिथि इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से प्रो. एस एस के अय्यर और आईएमई विभाग से प्रो वीना बंसल थीं। कार्यशाला की शुरुआत में आईआईटी कानपुर के कुछ पूर्व छात्रों और परिसर के कर्मचारियों द्वारा कुछ उल्लेखनीय अनुभव-साझाकरण सत्र थे। श्री अभिषेक कुमार, एक आईआईटी कानपुर 2010 बैच के पूर्व छात्र, जो मानव शिक्षा संस्कार संस्थान, मंधना (एमएस 3) कानपुर में मानवीय शिक्षा चलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और मानव मूल्य शिक्षा और प्राकृतिक जीवन शैली विकसित करने में शामिल हैं, वो भी कार्यशाला के दौरान उपस्थित थे। वर्कशॉप के फैसिलिटेटर डॉ कुमार गौरव, एचबीटीयू कानपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में फैकल्टी हैं, जो खुद आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र हैं, जिन्होंने 2019 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में एमटेक-पीएचडी की डिग्री प्राप्त थी। वह बहुत लंबे समय से MS3 की गतिविधियों में शामिल हैं और उसी का अध्ययन और अभ्यास कर रहे हैं। कार्यशाला में परिसर के छात्रों, कर्मचारियों और अन्य संस्थानों से भी भारी संख्या में प्रतिभागियों की अच्छी भागीदारी है। |
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