IIT कानपुर की टेकक्रिति टीम का गंगा बैराज में स्वच्छता अभियान; पीओपी मूर्तियां और भारी मात्रा में कचरा हटाकर दिया स्वच्छता का संदेश

 

   

कानपुर, 20 नवम्बर 2025: सामाजिक उत्तरदायित्व और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सुदृढ़ करते हुए टीम टेकक्रिति तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर ने गंगा बैराज में एक व्यापक स्वच्छता अभियान आयोजित किया। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना और स्वच्छ तथा हरित परिवेश के लिए सामूहिक प्रयासों को प्रोत्साहित करना था।



“परिवर्तन की शुरुआत हमसे होती है” — इस विचारधारा के साथ आरम्भ किए गए इस अभियान का मुख्य लक्ष्य नागरिकों को ज़िम्मेदार कचरा प्रबंधन के प्रति संवेदनशील बनाना तथा गंगा नदी — जो भारत की सबसे पवित्र और पारिस्थितिक रूप से महत्वपूर्ण नदियों में से एक है — के संरक्षण की अत्यावश्यकता को रेखांकित करना था।


अभियान में टीम टेकक्रिति के सदस्यों तथा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के अनेक विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। स्वयंसेवकों ने नदी तट के आसपास के क्षेत्रों की विस्तृत सफ़ाई की और गंगा किनारे एकत्रित प्लास्टर की मूर्तियाँ, प्लास्टिक कचरा और अन्य अघुलनशील अपशिष्ट सामग्री को हटाया। विशेष रूप से प्लास्टर की मूर्तियों का संग्रह और निष्कासन नदी तट की पारिस्थितिक शुद्धता को पुनर्स्थापित करने में अत्यंत महत्त्वपूर्ण रहा, क्योंकि यह सामग्री पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक होती है।


अभियान के दौरान स्वयंसेवकों ने स्थानीय निवासियों से संवाद स्थापित कर उन्हें नदी प्रदूषण, अनुचित कचरा निपटान और दूषित जल स्रोतों से उत्पन्न दीर्घकालिक पर्यावरणीय तथा स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों के बारे में जागरूक किया।


यह पहल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के व्यापक लक्ष्य — पर्यावरण संरक्षण, उत्तरदायी नागरिकता और सतत विकास — के अनुरूप है। यह टेकक्रिति की इस भूमिका को भी प्रकट करती है कि वह केवल तकनीकी आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता और नागरिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने वाला एक प्रभावी मंच भी है।


स्वच्छता अभियान का समापन सभी प्रतिभागियों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति नवीकृत संकल्प के साथ हुआ। टीम टेकक्रिति आगामी महीनों में और अधिक जन-जागरूकता अभियानों तथा सततता से संबंधित पहलें आयोजित करने की योजना बना रही है, ताकि परिसर समुदाय के साथ-साथ व्यापक जनसमूह को भी अपने परिवेश की ज़िम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया जा सके।


इस अभियान के माध्यम से टेकक्रिति ने कानपुर नगर तथा इसके परे एक स्वच्छ, हरित और अधिक टिकाऊ भविष्य के निर्माण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम बढ़ाया है।


आईआईटी कानपुर के बारे में


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, जिसकी स्थापना 1959 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी, को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त होने का गौरव प्राप्त है। विज्ञान और अभियांत्रिकी शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए विख्यात, आईआईटी कानपुर ने दशकों से अनुसंधान और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसका विशाल, हरा-भरा परिसर 1,055 एकड़ में फैला है और इसमें शैक्षणिक और अनुसंधान संसाधनों की एक समृद्ध श्रृंखला मौजूद है। संस्थान में 20 विभाग, 27 केंद्र, तीन अंतःविषय कार्यक्रम और इंजीनियरिंग, विज्ञान, डिज़ाइन, मानविकी और प्रबंधन विषयों में तीन विशिष्ट स्कूल शामिल हैं। 570 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्यों और 9,500 से अधिक विद्यार्थियों के साथ, आईआईटी कानपुर नवाचार और शैक्षणिक दक्षता को बढ़ावा देने में अग्रणी बना हुआ है।


अधिक जानकारी के लिए कृपया देखें:www.iitk.ac.in

 

 

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